Ayodhya Ramlala Aarti 8 October: आध्यात्मिक दिव्यता: श्री रामलला के अलौकिक दर्शन
अयोध्या में श्री रामलला का प्रतिदिन भव्य श्रृंगार किया जाता है। सुबह 6:30 बजे आरती, विभिन्न वस्त्र पहनाना और भोग अर्पित करना शामिल है। 8 अक्टूबर को विशेष रूप से रामलला का अलौकिक श्रृंगार किया गया।
Ayodhya Ramlala Aarti : अयोध्या में, श्री रामलला का श्रृंगार प्रतिदिन भव्य रूप में किया जाता है। भक्तों को रोज़ अलग-अलग स्वरूपों में दर्शन मिलते हैं, जो उनके प्रति अपार श्रद्धा को दर्शाते हैं। उनकी फूलों की माला विशेष रूप से दिल्ली से मंगाई जाती है, जिससे उनके दिव्य स्वरूप में और भी निखार आता है।
रामलला की पहली आरती सुबह 6:30 बजे होती है, जब भक्त उन्हें जगाते हैं और पूजन का प्रारंभ करते हैं। इसके बाद, उन्हें लेप लगाने और स्नान करवाने के साथ-साथ विभिन्न वस्त्र पहनाए जाते हैं। गर्मियों में रामलला को सूती और हल्के वस्त्र पहनाए जाते हैं, जबकि जाड़े में ऊनी वस्त्र और स्वेटर का चयन किया जाता है। दोपहर 12 बजे भोग आरती और साढ़े सात बजे संध्या आरती होती है। इसके बाद रामलला को 8:30 बजे शयन के लिए लिटाया जाता है, और दर्शन केवल सुबह 7:30 बजे तक ही संभव होते हैं।
रामलला को चार समय भोग लगता है, जिसमें समयानुसार विभिन्न व्यंजन परोसे जाते हैं, जो राम मंदिर की रसोई में बनाए जाते हैं। आश्विन माह, शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि विक्रम संवत 2081 (8 अक्टूबर, मंगलवार) को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में श्री रामलला का भव्य अलौकिक श्रृंगार किया गया।
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