रतन टाटा के निधन पर राष्ट्रपति मैक्रों का शोक: फ्रांस ने खोया एक प्रिय मित्र
रतन टाटा का अंतिम संस्कार गुरुवार शाम मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ हुआ। उनके निधन पर वैश्विक नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। उन्हें 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
फ्रांस ने खोया एक प्रिय मित्र : फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को भारतीय उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की। अपने भावपूर्ण संदेश में उन्होंने कहा कि फ्रांस ने भारत का एक प्रिय मित्र खो दिया है। मैक्रों ने टाटा के दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना करते हुए बताया कि उन्होंने भारत और फ्रांस में इनोवेशन और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्रों में उद्योगों को बढ़ावा दिया। उन्होंने टाटा की समाज की बेहतरी के प्रति आजीवन प्रतिबद्धता को सम्मान और प्रशंसा के साथ याद किया। मैक्रों ने टाटा के प्रियजनों और भारत के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना भी व्यक्त की।
राजकीय सम्मान के साथ रतन टाटा को अंतिम विदाई
रतन टाटा का अंतिम संस्कार गुरुवार शाम मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस समारोह में उनकी सौतेली मां सिमोन टाटा और करीबी सहयोगी शांतनु नायडू ने भाग लिया। उनके अंतिम विदाई में कई प्रमुख हस्तियों ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिससे उनकी महानता का परिचय मिला।
पद्म विभूषण: भारत के महान हस्तियों को सम्मानित
रतन टाटा 1991 से 2012 तक टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के अध्यक्ष रहे, इसके बाद उन्हें मानद अध्यक्ष बनाया गया। 2008 में उन्हें पद्म विभूषण, भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनके नेतृत्व में, टाटा समूह ने वैश्विक स्तर पर विस्तार करते हुए जगुआर लैंड रोवर और टेटली जैसे प्रतिष्ठित ब्रांडों का अधिग्रहण किया, जिससे समूह की अंतरराष्ट्रीय पहचान मजबूत हुई।
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