नक्सलियों का खौफनाक चेहरा: मुखबिरी के आरोप में ग्रामीण की हत्या
बीजापुर में नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के आरोप में 55 वर्षीय कन्हैया ताती की धारदार हथियार से हत्या कर दी। शव को पुराने स्कूल के पास फेंक दिया गया, जिससे क्षेत्र में भय और आतंक फैल गया है। पुलिस जांच कर रही है।
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की लगातार सफलताओं के चलते नक्सली बौखला गए हैं और कायराना हरकतें करने लगे हैं। हाल ही में बीजापुर जिले में माओवादियों ने एक निर्दोष ग्रामीण की हत्या की, जिसके लिए उन्होंने उसे पुलिस मुखबिरी का आरोपी बनाया। धारदार हथियार से हत्या करने के इस जघन्य कृत्य ने ग्रामीणों में भय और आतंक का माहौल पैदा कर दिया है। सुरक्षा बलों की कार्यवाही से परेशान नक्सली इस तरह की हिंसा को अंजाम देकर अपने आतंक को बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि उनकी क्रूरता का सामना करने के लिए स्थानीय लोग सजग हो रहे हैं।
यह मामला भोपालपटनम् थाना क्षेत्र के पोषणपल्ली गांव का है, जहां 55 वर्षीय कन्हैया ताती, पिता हुंगा ताती, की नक्सलियों ने निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद नक्सलियों ने मृतक के शव को दुब्बापारा पोषणपल्ली के पुराने स्कूल के पास फेंक दिया। घटनास्थल पर कन्हैया की लाश के पास नक्सलियों का एक पर्चा भी मिला है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह कृत्य नक्सली संगठन द्वारा पुलिस मुखबिरी के आरोप में किया गया था।
सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर मर्ग कायम किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने घटना के संदर्भ में जांच शुरू कर दी है और स्थानीय लोगों से जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है। यह घटना क्षेत्र में बढ़ते नक्सली आतंक को और स्पष्ट रूप से उजागर करती है।
आपकी क्या प्रतिक्रिया है?