इंदौर में साइंटिस्ट दंपती का डिजिटल धोखा: 71 लाख की चोरी और 6 दिन की कैद
इंदौर में साइंटिस्ट दंपती और एक इंजीनियर युवती के साथ डिजिटल धोखाधड़ी की घटनाएं सामने आई हैं। साइंटिस्ट दंपती से 71 लाख और युवती से 12 लाख रुपये ठगे गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मध्य प्रदेश | इंदौर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां आरआर कैट के सीनियर साइंटिस्ट और उनकी पत्नी डिजिटल ठगी का शिकार हुए। सितंबर में उन्हें एक अनजान कॉल आई, जिसमें बताया गया कि उनके नाम पर 2024 में दिल्ली से एक सिम कार्ड जारी किया गया था, जिसका गलत इस्तेमाल हो रहा है। कॉलर ने उन्हें इस मामले में फंसाने की धमकी दी और 6 दिनों तक उन्हें डिजिटल अरेस्ट में रखा गया। इस दौरान साइंटिस्ट और उनकी पत्नी से 71 लाख रुपये ठग लिए गए। मामला समझ आने पर उन्होंने इंदौर क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई, जो अब जांच कर रही है।
इंदौर में साइंटिस्ट दंपती की ठगी की जांच में जुटी पुलिस
शिकायतकर्ता ने बताया कि ठगों ने ट्राई का अधिकारी बनकर कॉल की और गिरफ्तारी से बचने के लिए अलग-अलग डिपार्टमेंट के अधिकारियों को पैसे देने का दबाव डाला। प्रारंभ में साइंटिस्ट ने पैसे देने से मना कर दिया, लेकिन बाद में उन्हें और उनकी पत्नी को 6 दिनों तक सीबीआई, ईडी, आरबीआई, ट्राई, और दिल्ली क्राइम ब्रांच के नाम पर लगातार कॉल आती रहीं। घबराए हुए साइंटिस्ट ने ठगों के कहने पर 23 अलग-अलग खातों में पैसे जमा करवा दिए। जैसे ही पैसे ट्रांसफर हुए, बदमाशों ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया, जिसके बाद साइंटिस्ट को ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने इंदौर क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई।
युवती के साथ भी हुआ धोखाधड़ी का खेल:
इंदौर में हाल ही में एक इंजीनियर युवती के साथ डिजिटल अरेस्ट की घटना घटी, जिसकी शिकायत इंदौर क्राइम ब्रांच में की गई थी। जांच में पता चला कि चार मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर 1400 सिम कार्ड के जरिए ठगी की गई। इस वारदात में युवती से 12 लाख रुपये ठगे गए, जिनमें से 2 लाख रुपये रिकवर कर लिए गए हैं। जिन खातों में पैसे ट्रांसफर हुए, वे ग्रामीण, दुकानदार, और मजदूरों के निकले। लगभग 34 ऐसे अकाउंट सामने आए हैं, जिनमें से पैसे गुजरे। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
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