आगरा से रायपुर आई 928 किलो चांदी: माल का मालिक कौन?
रायपुर के मौदहापारा में पुलिस ने चेकिंग के दौरान 928 किलो चांदी की सिल्लियां बरामद कीं। सन्नी कुमार सिंह के वाहन से मिली चांदी दिवाली के लिए अवैध रूप से लाई गई थी, लेकिन मालिकों का अभी तक पता नहीं चला।
रायपुर: मौदहापारा क्षेत्र में सोमवार को पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक मालवाहक वाहन से 928 किलो चांदी की सिल्लियां बरामद कीं। वाहन में सवार युवक सन्नी कुमार सिंह से चांदी के वैध दस्तावेज मांगे गए, लेकिन उसने कोई दस्तावेज पेश नहीं किया। पुलिस ने 51 कार्टूनों में बंद चांदी की सिल्लियों को जब्त कर छत्तीसगढ़ कमर्शियल टैक्स (GST) विभाग को सौंप दिया। घटना के दो दिन बीतने के बावजूद विभाग के अधिकारी चांदी के मालिकों का पता नहीं लगा पाए हैं, जिससे यह मामला और भी रहस्यमय बन गया है।
सूत्रों के अनुसार, चेकिंग में जब्त की गई चांदी का अधिकांश हिस्सा रायपुर के कुछ व्यापारियों का है। यह चांदी दिवाली त्योहार के लिए अवैध रूप से पिघलाकर आभूषण बनाने के इरादे से लाई गई थी। पुलिस की चेकिंग के दौरान यह खेप अपने सही ठिकानों पर पहुंचने से पहले ही पकड़ ली गई। इस मामले में आज दो कारोबारियों ने GST कार्यालय जाकर चांदी के बारे में पूछताछ की। यह घटना व्यापारियों के बीच चिंता का विषय बन गई है और पुलिस तथा GST विभाग की जांच की दिशा में नई पहल को दर्शाती है।
सन्नी कुमार सिंह, जिनके ट्रांसपोर्टर की गाड़ी से चांदी का जखीरा बरामद हुआ, दैनिक बुकिंग पर माल लाने-ले जाने का काम करते हैं। GST विभाग के अधिकारियों के अनुसार, 51 कार्टून में से केवल 11 के पास बिल और 12 की बिल्टी उपलब्ध है। ऐसा माना जा रहा है कि खरीददार और विक्रेता ने कुछ बिल वाले माल के साथ बाकी का लेनदेन बिना बिल के किया है। सभी बिलिंग आगरा से की गई है, लेकिन इसके बावजूद अधिकारी चांदी के मालिकों का नाम उजागर करने से बच रहे हैं, जिससे मामले में और अधिक रहस्य बना हुआ है।
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