Rajasthan News: साइबर ठगों का नया तरीका: कलेक्टर के नाम पर फर्जी WhatsApp ID से पैसे की मांग

दौसा जिले के कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव के नाम से फर्जी व्हाट्सएप आईडी बनाकर अधिकारियों और परिचितों से पैसे मांगने की घटनाएं सामने आई हैं। साइबर ठगों के खिलाफ जांच जारी है, लेकिन कोई औपचारिक शिकायत अभी तक नहीं मिली है।

अक्टूबर 6, 2024 - 18:29
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Rajasthan News: साइबर ठगों का नया तरीका: कलेक्टर के नाम पर फर्जी WhatsApp ID से पैसे की मांग

Rajasthan News : दौसा जिले के कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव के नाम से फर्जी व्हाट्सएप आईडी बनाकर उनके अधिकारियों और परिचितों से पैसे मांगने का मामला सामने आया है। जब यह जानकारी कलेक्टर के पास पहुंची, तो उन्होंने तुरंत दौसा एसपी रंजिता शर्मा को सूचित किया और साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अब इस फर्जी व्हाट्सएप आईडी के नंबर की जांच कर रही है। यह घटना साइबर धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं को दर्शाती है और अधिकारियों की सतर्कता की आवश्यकता को उजागर करती है।

साइबर ठगी का नया मामला: अधिकारियों से पैसों की डिमांड

शनिवार को फर्जी व्हाट्सएप आईडी पर कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव की तस्वीर लगाकर जिले के कई तहसीलदारों, विशेष रूप से बसवा और लालसोट के अधिकारियों से पैसे की मांग की गई। तीन तहसीलदारों ने तुरंत इस संदर्भ में जिला कलेक्टर को सूचित किया। इसके बाद, कलेक्टर ने फर्जी आईडी के नंबर xxxxxx6101 की जानकारी एसपी को दी और साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। यह घटना साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों की ओर इशारा करती है।

साइबर ठगों की हरकत: परिचितों से पैसे मांगने का मामला

कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव ने बताया कि साइबर ठगों ने उनकी तस्वीर का इस्तेमाल करके फर्जी आईडी बनाई और उनके परिचितों तथा अधीनस्थ अधिकारियों से पैसे की मांग की। समय रहते कलेक्टर को इस घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया और व्यक्तिगत संदेशों के जरिए लोगों से अपील की कि वे इस फर्जी नंबर पर किसी भी तरह का पैसा न भेजें। कलेक्टर की तत्परता से संभावित धोखाधड़ी रोकी जा सकी।

फर्जी आईडी की घटनाएं बढ़ीं: अन्य जिलों में भी सक्रिय ठग

कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव ने बताया कि साइबर ठगों ने सवाई माधोपुर और केकड़ी सहित कई जिलों के कलेक्टरों के नाम से फर्जी व्हाट्सएप आईडी बनाई है। इस बीच, किसी भी व्यक्ति द्वारा इन नंबरों पर पैसे भेजने की सूचना नहीं मिली है। जांच के दौरान यह सामने आया कि यह फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट उजबेकिस्तान के नंबर से संचालित हो रहा है। साइबर थाने के डीएसपी ब्रजेश मीणा ने पुष्टि की कि मामले की जांच जारी है, लेकिन अभी तक किसी से औपचारिक शिकायत नहीं मिली है, जिससे यह मामला और भी चिंताजनक बन जाता है।

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