सीएम योगी ने लिया महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा, संतों ने उठाई अहम मांगें
सीएम योगी ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया और साधु-संतों की सुरक्षा के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता की मांग की। अखाड़ा परिषद ने मुस्लिम कारीगरों को मेले से दूर रखने का निर्णय लिया, जिस पर धर्म गुरुओं ने प्रतिक्रिया दी।
Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया, विभिन्न धार्मिक स्थलों पर पूजा अर्चना की और मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए वेबसाइट और मोबाइल एप की सुविधा शुरू करने की योजना बनाई है, जो ठहरने, पार्किंग और घाटों तक पहुंचने में मदद करेगी। साधु-संतों ने सुरक्षा के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता की मांग की है, क्योंकि उनका कहना है कि कुछ मुस्लिम संतों के रूप में घुम रहे हैं। संतों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए पहचान पत्र की जरूरत है। सीएम ने तैयारियों का जायजा लेने के बाद अधिकारियों और अखाड़ा परिषद के सदस्यों के साथ बैठक भी की।
अखाड़ा परिषद ने महाकुंभ 2025 में आने वाले श्रद्धालुओं की पहचान सुनिश्चित करने के लिए आधार कार्ड की जांच को अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, परिषद ने यह भी घोषणा की है कि मुस्लिम कारीगरों को महाकुंभ से दूर रखा जाएगा, ताकि कोई व्यक्ति मेले में मुखौटा लगाकर न आ सके। इस फैसले पर मुस्लिम धर्म गुरुओं ने प्रतिक्रिया देते हुए धर्म के आधार पर भेदभाव को गलत बताया है और सभी धर्मों के बीच सद्भावना की आवश्यकता पर जोर दिया है। उनका मानना है कि भारत की विविधता और एकता में सभी धर्मों का योगदान महत्वपूर्ण है।
महाकुंभ 2025 के लिए अखाड़े के साधु-संतों के लिए आईकार्ड जारी करने की योजना बनाई गई है। सभी 13 अखाड़ों के साधु-संतों के लिए ये आईकार्ड जारी किए जाएंगे, जिससे नकली साधु-संतों से पहचान में मदद मिलेगी। इन परिचय पत्रों में साधु-संतों का नाम, पता, मोबाइल नंबर और उनके अखाड़े में पद का विवरण होगा, जो अखाड़े के उच्च पदाधिकारी द्वारा जारी किया जाएगा।
आपकी क्या प्रतिक्रिया है?