मनु भाकर का ‘खजाना’: आलोचकों को दिया करारा जवाब...
मनु भाकर ने गुरुवार को एक पोस्ट के माध्यम से अपने आलोचकों को जोरदार जवाब दिया। उन्हें हाल ही में ट्रोल किया गया था क्योंकि वे हर इवेंट में अपने ब्रॉन्ज मेडल के साथ आती हैं। उन्होंने अपने ‘खजाने’ से सबकी बोलती बंद कर दी।
भारत की स्टार शूटर मनु भाकर ने अपने आलोचकों को एक प्रभावशाली पोस्ट के माध्यम से करारा जवाब दिया है। इस पोस्ट में उन्होंने अपने करियर के सभी मेडल को बेड पर सजाया है, जो उन लोगों के लिए संदेश है जो उनके हर इवेंट में ओलंपिक मेडल लेकर जाने पर सवाल उठाते हैं। मनु ने बताया कि मेडल जीतने का सफर 14 साल की उम्र से शुरू हुआ और उन्होंने ओलंपिक मेडल भी हासिल किया है। वे अब भी अपने देश के लिए ओलंपिक गोल्ड जीतने का इंतजार कर रही हैं।
मनु भाकर ने साझा की अपनी भावनाएँ
मनु भाकर ने अपनी पोस्ट में बताया कि उनका शूटिंग करियर 14 साल की उम्र में शुरू हुआ था, और उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह इस मुकाम तक पहुँचेंगी। उन्होंने कहा कि अपने ख्वाबों को पूरा करने के लिए कठिनाइयों का सामना करते हुए पूरी ताकत लगानी चाहिए। ध्यान केंद्रित करके आगे बढ़ते रहना जरूरी है, क्योंकि छोटे-छोटे कदम ही महानता की ओर ले जाते हैं। उन्होंने प्रेरित किया कि प्रयास करते रहें, क्योंकि आप अपनी सोच से कहीं अधिक सक्षम हैं।
मनु भाकर ने कहा, “मैंने एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, यूथ ओलंपिक गेम्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप, वर्ल्ड कप ट्रॉफी और वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स जैसे कई बड़े प्रतियोगिताओं में सफलता हासिल की है। फिर भी, मेरे लिए देश के लिए गोल्ड मेडल जीतने का सपना अभी भी जारी है।”
मनु भाकर पर उठ रहे थे सवाल
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में दो ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद कई बड़े कार्यक्रमों में आमंत्रित किया गया है, जहाँ उनका आदर-सत्कार किया जाता है। वह इन आयोजनों में अपने ब्रॉन्ज मेडल के साथ जाती हैं, लेकिन कुछ लोगों ने इस पर सवाल उठाए हैं। जब इस बारे में उनसे पूछा गया, तो मनु ने स्पष्ट किया कि आयोजक उनसे अनुरोध करते हैं कि वे ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल्स के साथ आएं। उन्होंने कहा कि अगर वह मेडल लेकर जाती हैं, तो इसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
आपकी क्या प्रतिक्रिया है?