बिजली की कीमत में कटौती: गरीबों को 3 रुपये और किसानों को मुफ्त
उत्तर प्रदेश सरकार ने दीपावली से पहले गरीबों को 3 रुपये प्रति यूनिट और किसानों को मुफ्त बिजली देने की घोषणा की है। हर घर उजाला अभियान के तहत 54 प्रतिशत अनुदान और 10,067 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश: सरकार ने दीपावली से पहले गरीबों को महत्वपूर्ण तोहफा दिया है। अब गरीब परिवारों को बिजली मात्र 3 रुपये प्रति यूनिट की दर पर मिलेगी, जबकि किसानों के लिए बिजली पूरी तरह से मुफ्त होगी। राज्य सरकार विद्युत पारेषण की लागत 7.86 रुपये प्रति यूनिट के बावजूद, गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लोगों को यह सस्ती दर मुहैया करा रही है। इसके अलावा, सिंचाई के लिए किसानों को मुफ्त बिजली प्रदान करने के उद्देश्य से सरकार ने 10,067 करोड़ रुपये की सब्सिडी देने की घोषणा की है, जिससे कृषि क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।
हर घर रोशन:
सरकार ने हर घर उजाला अभियान के तहत गरीबों को सस्ती बिजली मुहैया कराने के लिए उनके बिजली बिल पर 54 प्रतिशत तक अनुदान देने की घोषणा की है। इसके साथ ही, किसानों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने के लिए भी सब्सिडी की तैयारी की जा रही है। योगी सरकार ने इस योजना के लिए 10,067 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है, जिससे गरीबों और किसानों को आर्थिक राहत मिलेगी और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
कौन है लाभार्थी:
उत्तर प्रदेश में प्रति यूनिट बिजली की लागत 7 रुपये 86 पैसे है, लेकिन राज्य सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले (बीपीएल) परिवारों को मात्र 3 रुपये प्रति यूनिट में बिजली मुहैया कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए सरकार ने प्रति यूनिट 3.5 रुपये का अनुदान देने का प्रावधान किया है। प्रदेश में कुल 3,65,86,814 बिजली उपभोक्ता हैं, जिनमें से 3,21,57,293 घरेलू उपभोक्ता हैं। कोयले की कीमतों में वृद्धि के कारण बिजली की दरें बढ़ी हैं, लेकिन विद्युत नियामक बोर्ड घरेलू और बीपीएल कार्ड धारकों के लिए कमर्शियल उपयोग की तुलना में दरें कम रखने का प्रयास करता है।
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