ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़: अमित चतुर्वेदी का गोदाम और 3,000 लीटर केमिकल बरामद
भोपाल में अमित चतुर्वेदी का गोदाम पकड़ा गया, जहां से 3,000 लीटर केमिकल बरामद हुआ। राजस्थान से जुड़े ड्रग्स रैकेट के तार सामने आए हैं, जिसमें शोएब लाला और प्रेमसुख पाटीदार शामिल हैं, जबकि हवाला नेटवर्क की जांच जारी है।
मध्य प्रदेश। भोपाल के कटारा पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में रापडिया गांव में छापा मारा, जहां ड्रग्स मैन्युफैक्चरर अमित चतुर्वेदी का गोदाम पकड़ा गया। पुलिस ने इस गोदाम से लगभग 3,000 लीटर केमिकल जब्त किया, जिसमें 200-200 किलो के 15 ड्रम शामिल हैं। इस कार्रवाई से न केवल स्थानीय ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ, बल्कि इससे जुड़े आरोपियों, अमित चतुर्वेदी और सन्याल बाने, को गिरफ्तार कर एनसीबी ने बागरोदा क्षेत्र में स्थित उनकी फैक्ट्री तक पहुंचाया। यह छापा मध्य प्रदेश में बढ़ते ड्रग्स के मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण कदम है।
भोपाल के निकट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) गुजरात के सहयोग से एक फैक्ट्री से लगभग 1,800 करोड़ रुपए की ड्रग्स बरामद की। यह ड्रग्स बंगरसिया के औद्योगिक क्षेत्र में बनाई जा रही थी। गुजरात के सूरत में पकड़े गए आरोपियों से मिली लिंक के आधार पर भोपाल में यह कार्रवाई की गई। पुलिस ने इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिससे स्थानीय ड्रग्स रैकेट पर बड़ा प्रहार हुआ है।
भोपाल: 4,000 करोड़ की ड्रग्स बरामद
इस मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं, जिसमें ड्रग्स की कुल कीमत 1,800 करोड़ नहीं, बल्कि लगभग 4,000 करोड़ रुपए बताई जा रही है। जांच में पता चला कि 2,200 करोड़ की ड्रग्स निर्माण की अंतिम प्रक्रिया में थी, जबकि बाकी ड्रग्स मशीन में तैयार की जा रही थी। गिरफ्तार तीन आरोपियों के कार्य विभाजित थे: हरीश अंजाना ड्रग्स सप्लाई का काम संभालता था, सान्याल बाने कच्चे माल से ड्रग्स बनाने का काम करता था, और अमित चतुर्वेदी कच्चा माल लाने का जिम्मा निभाता था। आरोपी अधिक लाभ के लिए विदेशी बाजार में ड्रग्स की सप्लाई करते थे।
राजस्थान से जुड़े ड्रग्स रैकेट के तार
ड्रग्स मामले के तार राजस्थान से जुड़े हैं, जहां गैंग का सरगना शोएब लाला बताया जा रहा है। जांच में प्रेमसुख पाटीदार नामक शख्स की भी तलाश की जा रही है, जो हरीश अंजाना के संपर्क में था और ड्रग्स सप्लाई में लिप्त माना जाता है। इसके अलावा, हवाला नेटवर्क की भी आशंका जताई जा रही है, और एजेंसियां फिलहाल इस नेटवर्क को ढूंढने में जुटी हुई हैं। यह खुलासा मामले की गंभीरता को और बढ़ा देता है।
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