CG News: छोटे कस्बे में उड़ान का सपना, आत्मानंद स्कूल में एनसीसी की शुरुआत..

देवभोग के आत्मानंद स्कूल में भारतीय वायुसेना का एनसीसी कार्यक्रम शुरू हुआ है, जिससे यह जिले का पहला स्कूल बन गया है। यहां छात्रों को "A" सर्टिफिकेट, सैन्य प्रशिक्षण और विशेष कैंप में उड़ान का अवसर मिलेगा।

अक्टूबर 1, 2024 - 11:52
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CG News: छोटे कस्बे में उड़ान का सपना, आत्मानंद स्कूल में एनसीसी की शुरुआत..

गरियाबंद। देवभोग के आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मिली है, जिससे यह जिले का पहला स्कूल बन गया है, जहां भारतीय वायुसेना के एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) का संचालन होगा। वायुसेना जूनियर एनसीसी संचालन के लिए स्कूल को मंजूरी मिल चुकी है, जिसके तहत पहले सत्र में 10 छात्राओं और 14 छात्रों का चयन किया गया है।

आज, वायुसेना के जूनियर वारंट अफसर एस एन पॉल, सर्जेंट सुनील कुमार और शशांक थपलियाल ने स्कूल पहुंचकर एनसीसी कैडेट्स के लिए छात्रों का चयन किया। प्राचार्य गिरीश चंद्र बेहेरा और एनसीसी प्रभारी गणेश सोनी की उपस्थिति में छात्रों का फिजिकल और इंटरव्यू के माध्यम से चयन किया गया। इस प्रकार, देवभोग का आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल एनसीसी प्रशिक्षण प्रदान करने वाला पहला विद्यालय बन गया है।

साल भर बाद फिर से निरीक्षण: अफसरों की वापसी

देवभोग को यह बड़ी उपलब्धि वायुसेना के विंग कमांडर विवेक साहू की विशेष रुचि से मिली है। स्कूल में एनसीसी एयर विंग के सी सर्टिफिकेट होल्डर गणेश सोनी शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं, जिन्होंने पिछले डेढ़ साल में प्राचार्य गिरीश चंद्र के साथ मिलकर एनसीसी अधिकारियों के संपर्क बनाए रखा। 22 सितंबर 2023 को अधिकारियों ने स्कूल का दौरा किया, जिसमें विद्यालय परिसर, ग्राउंड की उपलब्धता और ड्रिल के लिए उपयुक्त स्थान का निरीक्षण किया गया। यह सभी प्रयास एनसीसी संचालन की मंजूरी में सहायक बने।

ग्रामीण बच्चों के लिए नए अवसर:  मिलेंगे कई लाभ

देवभोग के NCC प्रभारी गणेश सोनी, जो भारतीय वायुसेना के नेशनल कैडेट कोर का हिस्सा रह चुके हैं, ने बताया कि 2 वर्षीय जूनियर डिवीजन प्रशिक्षण के बाद विद्यार्थियों को “A” सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा, जिसकी महत्ता पूरे देश में है। विद्यालय परिसर में वायुसेना के अधिकारियों द्वारा सप्ताह में एक बार छात्रों का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें एक दिन परेड, विमान उड़ाने और फायरिंग का सैन्य प्रशिक्षण शामिल होगा। द्वितीय वर्ष के छात्रों को रायपुर में विशेष प्रशिक्षण कैंप में भाग लेने का अवसर मिलेगा, जहां उन्हें उड़ान का अनुभव प्राप्त होगा। एनसीसी का उद्देश्य युवाओं में सैन्य अनुशासन और सामाजिक सेवा की भावना विकसित करना है।

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