धान खरीदी घोटाला: 49 लाख के गबन में प्रभारी की गिरफ्तारी
मुंगेली जिले के धान उपार्जन केंद्र छटन में 49 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। प्रभारी पूर्णेन्द्र यादव द्वारा 1582 क्विंटल धान की हेराफेरी की गई, जिसे गिरफ्तार कर धारा 420 और 409 के तहत मामला दर्ज किया गया।
Mungeli, Chhattisgarh: मुंगेली जिले के फास्टरपुर थाना क्षेत्र के धान उपार्जन केंद्र छटन में धान खरीदी में 49 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है। विभागीय जांच में पाया गया कि भौतिक सत्यापन के दौरान 1582 क्विंटल धान की हेराफेरी की गई। इस मामले में आरोपी पूर्णेन्द्र यादव (42 वर्ष) को बिलासपुर से गिरफ्तार किया गया है। धान खरीदी में हुई इस अनियमितता को लेकर प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं और जांच जारी है।
धान घोटाले का पूरा सच: जानिए कैसे हुआ 49 लाख का गबन
मुंगेली जिले के धान उपार्जन केंद्र छटन में धान खरीदी में बड़े पैमाने पर अनियमितता का खुलासा हुआ है। शाखा प्रबंधक विरेन्द्र टण्डन ने 8 जुलाई 2024 को लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया गया कि सहायक आयुक्त सहकारिता और सहायक पंजीयक के आदेशानुसार 19 जून 2024 को छटन केंद्र का निरीक्षण और भौतिक सत्यापन किया गया। इस दौरान प्रभारी पूर्णेन्द्र यादव द्वारा प्रस्तुत अभिलेखों और ऑनलाइन धान खरीदी रिपोर्ट की जांच की गई।
जांच में पाया गया कि 2023-24 में केंद्र में कुल 87,443.60 क्विंटल धान खरीदा गया था, जिसमें से 81,907.60 क्विंटल धान मिलर्स को भेजा गया। हालांकि, भौतिक सत्यापन के दौरान केंद्र में सिर्फ 6,500 बोरे धान मिले, जबकि 3,955 बोरे के वजन में लगभग 1582 क्विंटल की कमी पाई गई। इस धोखाधड़ी की कुल राशि 49 लाख रुपये से अधिक थी।
इसके बाद, प्रभारी पूर्णेन्द्र यादव के खिलाफ धारा 420 और 409 के तहत धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया गया। आरोपी एफआईआर दर्ज होने के बाद फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने उसे बिलासपुर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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